प्रथम था मै रंग हा तेरा , प्रथम था मेरा स्थान !
मुझ मै थी सारी आशा , मुझ से था सारा ज्ञान ! (२)
जाने क्या किसने सोंचा ,कैसे लिए मेरे प्राण !
अन्न, धन ,मान तेरा , तेरा ही सम्मान ! (२)
जब भी माँगा तूने मुझसे ,दिया मैंने भालिदान !
आज का नहीं ,सदियूं से थी केसरी तेरी पहचान ! (२)
क्यूँ तू इसको छुपाये अब और क्यूँ है यह पीड़ित परेशान !
तीजा हरा झो प्यारा अभ है तुज्को , तो मिटाए तू मेरे निशान ! (२)
जाने हा (२) जाने क्या (२) किसका षड्यंत्र है यह !
रक्षा करे इस द्व्ज की भगवान् ! रक्षा करे इस द्व्ज की भगवान् ! (२)
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